आजमगढ़ : राष्ट्रीय स्वच्छ गंगा मिशन द्वारा संचालित जिला गंगा समिति आजमगढ़ सामाजिक वानिकी विभाग आजमगढ़ एवं राजकीय पॉलिटेक्निक आजमगढ़ के संयुक्त तत्वाधान में नदियों के संरक्षण हेतु प्लास्टिक उन्मूलन एवं अपशिष्ट प्रबंधन के विषय पर कार्यशाला का आयोजन किया गया। संबंधित विषय पर विषय विशेषज्ञ के रूप में राजकीय पॉलिटेक्निक के शिक्षक एवं जिला विज्ञान क्लब के समन्वयक इंजीनियर कुलभूषण सिंह ने प्रोजेक्टर के माध्यम से सिंगल यूज प्लास्टिक एवं अपशिष्ट प्रबंधन की समस्या एवं समाधान के विषय पर बताया।
उन्होंने बताया कि सिंगल यूज प्लास्टिक को जलाने पर जहरीले गैस निकलती है, जो गंभीर बीमारियों को जन्म देती है। सिंगल यूज प्लास्टिक को डीकंपोज होने में सैकड़ों वर्ष लगते हैं, यह नदियों में जाकर पानी को प्रदूषित करते है। आज पानी में खाने पीने की चीजों में माइक्रो प्लास्टिक पाए जा रहे हैं। भारत दुनिया में सबसे अधिक प्लास्टिक कचरा पैदा करने वाला देश बन गया है।
इंजीनियर कुलभूषण सिंह ने इस विषय पर समाधान के विषय में भी बताया। उन्होंने रिड्यूस, रीयूज, रिसाइकल के सिद्धांत के तहत पॉलिथीन एवं प्लास्टिक बोतल से ईको ब्रिक बनाने के विषय में छात्रों को सिखाया। कुलभूषण सिंह बताया की राजकीय पॉलिटेक्निक के छात्रों एक लाख पॉलिथीन से ईको ब्रिक बनाएंगे तथा इसका उपयोग दीवाल बनाने व अन्य स्ट्रक्चर बनाने में करेंगे। प्लास्टिक बोतल ग्लूकोस बॉटल को रीयूज करके छात्रों को ड्रिप इरिगेशन किट बनाना भी सिखाया। जिससे छात्र संस्था एवम अपने घर भी पौधों की सिंचाई भी करेंगे। छात्राओं ने कार्यशाला में पुराने कपड़ों से घर पर कपड़े का बैग बनाकर बांटने का भी संकल्प लिया तथा चतराओ ने नमकीन एवं चिप्स के रैपर से यूटिलिटी बॉक्स बनाना भी सीखा।
जिला गंगा समिति आजमगढ़ का प्रतिनिधित्व प्रखंड त्रिपाठी जिला परियोजना अधिकारी द्वारा किया गया अपने वक्तव्य में श्री त्रिपाठी ने नदियों का महत्व, प्लास्टिक प्रदूषण की गंभीरता एवं उसकी रफ्तार के विषय में छात्रों को अवगत कराया। इस विषय पर छात्रों को प्लास्टिक वेस्ट मैनेजमेंट रूल्स 2022 एवं सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट रूल्स 2016 के नियमों से छात्रों को अवगत कराते हुए लघु फिल्म का भी अवलोकन कराया गया।कार्यक्रम समापन गंगा शपथ के साथ संपन्न हुआ कार्यक्रम में संस्था के प्रभारी प्रधानाचार्य श्री बी के मिश्रा, प्रवक्ता अरविंद यादव ,तथा प्रवक्ता प्रशांत मौर्य एवं सिविल इलेक्ट्रिकल मैकेनिकल इलेक्ट्रॉनिक्स के छात्र उपस्थित रहे।