आजमगढ़ पुलिस ने 190 करोड़ साइबर ठगी करने वाले अंतरराष्ट्रीय संगठित गैंग का पर्दाफाश कर 11 अभियुक्तों को गिरफ्तार किया है। इस दौरान कुल 169 बैंक खातों में करीब 2 करोड़ रुपए फ्रीज किए गए। अन्य ट्रांजेक्शन का भी पता लगाया जायेगा। 35 लाख रुपए कीमत के सामान बरामद हुए। जिसमें रुपए 3 लाख 40 हजार नगद हैं। 51 मोबाइल, 6 लैपटॉप, 61 ATM card, 56 बैंक पासबुक, 19 सिम कार्ड, 7 चेक बुक, 3 आधार कार्ड, 1 jio फाइबर राउटर इनके पास से मिले हैं।
SP हेमराज मीणा ने पुलिस लाइन सभागार में मंगलवार को खुलासा कर बताया कि अवैध रूप से अंतरराष्ट्रीय ऑनलाइन गेम रेड्डी अन्ना, लोटस, महादेव के माध्यम से लोगों को अपने जाल में फंसाते थे। सोशल मीडिया प्लेटफार्म इंस्टाग्राम, whatsapp, मेटा व टेलीग्राम पर विज्ञापन के माध्यम से पैसों को दोगुना 3 गुना जीतने का प्रलोभन देकर इन गेम्स में पीड़ितों की लॉगइन id बनाकर साइबर ठगी कर सारा पैसा फर्जी खातों फर्जी मोबाइल के जरिए transfer कर लेते थे और पीड़ित की आईडी ब्लॉक कर देते थे।
इस संगठित गैंग में भारत और अन्य देश जैसे श्रीलंका, यूएई के मेंबर विभिन्न whatsapp ग्रुप से जुड़े हुए थे। ठगी के पैसे का आदान-प्रदान करते थे। गिरफ्तार किए गए अभियुक्तों में उत्तर प्रदेश से 6, बिहार से 2, उड़ीसा से 2, मध्य प्रदेश से1 से हैं। इन के विरूद्ध कुल 71 साइबर ठगी के मामले दर्ज हैं। इनकी लोकेशन पकड़ी न जाए इसके लिए यह लोग हर कवायद करते थे। यहां तक कि जिस सिम से whatsapp ग्रुप क्रिएट करते थे। उस सिम को तुरंत तोड़ भी देते थे। लेकिन whatsapp चलाते रहते थे। इससे लोकेशन ट्रैक नहीं होता था। मोबाइल में भी इसी तरह का कारनामा करते थे।