आजमगढ़ के लालगंज लहुआ कला (रामपुर ) गांव स्थित देवेन्द्र नाथ सिंह के पैतृक आवास पर टाइगर जोगिन्दर सिंह मेमोरियल सोसाइटी द्वारा ईमानदार पुलिस अधिकारी की 25 वी पुण्यतिथि मे पुलिस व मानवाधिकार राष्ट्रीय संगोष्ठी के आयोजन पर पहुंचे पुलिस महानिदेशक होमगार्ड विजय कुमार मौर्य। कार्यक्रम का शुभारंभ महानिदेशक होमगार्ड विजय कुमार मौर्य ने स्वर्गीय जोगिंदर सिंह के चित्र पर पुष्प अर्पित व दीप प्रज्जलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया।
महानिदेशक होमगार्ड विजय कुमार मौर्य ने कहा कि जब मैं क्वीन्स कॉलेज वाराणसी में पढ़ता था तो जोगिंदर सिंह चेतगंज में इंस्पेक्टर हुआ करते थे। जो अपनी ईमानदारी की वजह से हमेशा सुर्खियों में बने रहते थे। पुलिस का मानवाधिकार की रक्षा के लिए बहुत बड़ी भूमिका है।
समाजसेवी वृजभान सिंह ने कहा कि 07 मार्च 1925 को लालगंज तहसील के लहुआं कला मे जन्मे टाईगर जोगेंद्र सिंह का 1948 पुलिस के पहले बैच में उपनिरीक्षक के पद पर चयन हुआ था। प्रशिक्षण के बाद तीन माह बाद उन्हे थानाध्यक्ष बनाया गया जो एक मिसाल है।
जोगेन्दर सिंह को अपनी इमानदारी व कर्तब्य निष्ठा के कारण जनता ने इन्हे टाईगर का नाम दिया था। 1962 मे जौनपर के शाहगंज मे तैनाती के दौरान अपने गृह जनपद के कुख्यात डाकू बुझारथ राजभर को घोडे से दौडाकर गिरफ्तार कर बहादुरी की मिशाल पेश की थी। लखनऊ के हजरतगंज मे अपनी तैनाती के दौरान एक बड़े नेता के रिस्तेदार को हवालात मे डालकर कानून का मान बढ़ाया था। ईमानदारी के कारण इन्हे कई पदक से सम्मानित किया गया था।