आजमगढ़ : सिधारी थाना क्षेत्र के तिवारीपुर में स्थित ग्लोबल हॉस्पिटल में बुधवार रात अधेड़ की मौत होने पर परिजनों ने हंगामा खड़ा कर दिया। डॉक्टर पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए आजमगढ़ मऊ मार्ग पर जाम लगा दिया सूचना पर पहुंची पुलिस ने जांच की। मिली जानकारी के अनुसार सिधारी थाना क्षेत्र के भदुली निवासी 52 वर्षीय कमलेश गौड़ की तबीयत बुधवार की सुबह बिगड़ गई परिजन उन्हें शहर के मऊ रोड पर तिवारीपुर के पास स्थित ग्लोबल हॉस्पिटल ले गए।डॉक्टर ने उन्हें आईसीयू में भर्ती किया। परिजनों का आरोप है कि देर शाम तक उन्हें मिलने नहीं दिया गया अस्पताल के कर्मचारियों ने पैसा जमा करने के लिए कहा । इसके बाद बताया कि कमलेश की मौत हो गई है। मरीज की मौत के बाद नाराज परिजनों ने हंगामा खड़ा कर दिया । मऊ रोड पर जाम लगा दिया। सूचना पर पहुंची पुलिस ने 2 घंटे के बाद जाम खुलवाया।
वही इस मामले में ग्लोबल हॉस्पिटल के डायरेक्टर डॉक्टर सुभाष सिंह ने बताया कि सिधारी थाना क्षेत्र के भदुली गांव के निवासी 52 वर्षीय कमलेश गौड़ गंभीर अवस्था में उनके यहां एडमिट हुए थे। उनकी उल्टी सांस चल रही थी। हालत नाजुक होने के कारण वेंटिलेटर पर रखा गया था। उनकी तबीयत बहुत नाजुक थी, बचने की उम्मीद बहुत कम थी परिजनों को सब कुछ बता दिया गया था परिजनों ने तीन बार लिखित रूप से इलाज के लिए अपनी सहमति दी। मरीज को रेफर यानी कहीं और ले जाने भी सलाह दी गई थी लेकिन परिजनों ने अपनी जिम्मेदारी पर यहां इलाज कराया।
डॉक्टर सुभाष सिंह ने कहा कि परिजनों ने आरोप लगाया था कि मरीज को डॉक्टर ने नहीं देखा जबकि सच यह है कि डॉक्टर प्रशांत सिंह, डॉक्टर धीरज पाटिल और मैंने स्वयं मरीज को देखा था। दूसरा आरोप था कि मरीज से मिलने नहीं दिया गया जबकि इसमें सच्चाई यह है कि आईसीयू के कड़े प्रोटोकॉल के बावजूद करीब 5 से 7 घंटे जब तक मरीज हमारे यहां एडमिट रहा परिजन 10 बार उनसे मिले। मरीज के परिजनों का तीसरा आरोप यह था कि की फीस ली गई । फीस उनकी 7700 रुपए की हुई थी परिजनों ने जब बताया कि वह बेहद गरीब है तो पूरी फीस वापस कर दिया गया। बताया कि मरीज के परिजनों फीस जमा कर दी थी लेकिन उनके कुछ नजदीकियों ने उन्हें भड़का दिया जिसके कारण से चक्का जाम लगा दिया। समझाने बुझाने के बाद जाम समाप्त हुआ।