बैंक ऑफ़ इंडिया स्टाफ यूनियन, उत्तर प्रदेश-उत्तराखंड (एनसीबीबी) गोरखपुर आंचल की ओर से आजमगढ़ में बैठक का किया गया आयोजन

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आजमगढ़ बैंक ऑफ़ इंडिया स्टाफ यूनियन, उत्तर प्रदेश-उत्तराखंड (एनसीबीबी) गोरखपुर आंचल की ओर से आजमगढ़ के एक होटल में बैठक का आयोजन किया गया ताकि अपने कर्मचारियों की समस्याओं पर विचार-विमर्श कर सकें और उनके समाधान के लिए आवश्यक कदम उठा सकें। बैठक में पदाधिकारी ने बैंक कर्मियों के समस्याओ पर विस्तार से चर्चा की उन्होंने कहा “हमारा संगठन हमेशा से अपने कर्मचारियों के अधिकारों की रक्षा के लिए प्रतिबद्ध रहा है। आज हम यहां कुछ बेहद महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा करने के लिए एकत्रित हुए हैं, जो हमारे बैंक कर्मचारियों की भलाई से जुड़े हैं।

ये मुद्दे न केवल हमारे वर्तमान कर्मचारियों की समस्याओं को हल करेंगे, बल्कि हमारे भविष्य के कर्मचारियों की सुरक्षा और समृद्धि सुनिश्चित करने के लिए भी अहम हैंउन्होंने कहा हम सभी जानते हैं कि बैंक कर्मचारियों पर कार्य का बोझ कितना अधिक है। लगातार कार्य करने के कारण मानसिक और शारीरिक थकान बढ़ रही है। इसलिए, यह बेहद जरूरी है कि हम पांच-दिवसीय बैंकिंग प्रणाली की शुरुआत करें, ताकि कर्मचारियों को अधिक समय मिल सके और वे अपनी जिम्मेदारियों को बेहतर ढंग से निभा सकें। साथ ही, इससे हमारे ग्राहकों को भी सुगम और सशक्त सेवाएं उपलब्ध कराई जा सकेंगी।”दूसरी महत्वपूर्ण मांग है, ‘पुरानी पेंशन योजना की बहाली’। यह मांग सभी कर्मचारियों के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है, खासकर उनके भविष्य की सुरक्षा के दृष्टिकोण से।

पुरानी पेंशन योजना कर्मचारियों को एक सुरक्षित और स्थिर भविष्य का आश्वासन देती थी, जो वर्तमान में बहुत जरूरी है। हम चाहते हैं कि हमारे कर्मचारियों को पुरानी पेंशन का लाभ वापस मिले, ताकि वे अपने भविष्य को लेकर निश्चिंत हो सकें।”साथ ही आज के समय में, स्वास्थ्य सुरक्षा सबसे बड़ी चिंता का विषय है। हमारे कर्मचारियों और उनके परिवारों के स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए, हम मांग करते हैं कि मेडिक्लेम इंश्योरेंस की सुविधाएं व्यापक और सशक्त की जाएं। यह हमारे कर्मचारियों की भलाई और उनके परिवारों की सुरक्षा के लिए अत्यावश्यक है।” बैठक में कर्चारियों को यह भी विश्वाश दिलाया गया की ये सभी मांगें आपके संगठन द्वारा सर्वोच्च प्राथमिकता के साथ उठाई जाएंगी।

संगठन का उद्देश्य हमेशा से कर्मचारियों के अधिकारों की रक्षा करना रहा है, और इस संघर्ष में हम सब साथ हैं। हम इन मुद्दों को केवल आंचलिक स्तर पर ही नहीं, बल्कि केंद्रीय स्तर पर भी पुरजोर तरीके से उठाएंगे, ताकि आपको जल्द से जल्द इसका सकारात्मक परिणाम मिल सके।”

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