
आजमगढ़ : कोर्ट में दुर्दांत व बाहुबली अपराधी अखंड प्रताप सिंह की आज पेशी हुई। वर्ष 2005 में हत्या, अपहरण समेत कई मामले को लेकर अखंड प्रताप पर मुकदमें दर्ज हैं जिसे लेकर पुलिस ने गैंगस्टर के तहत कार्रवाई की गई थी। आज गैंगस्टर में पेशी को लेकर कोर्ट परिसर में सुरक्षा के दृष्टिगत व्यापक इंतजाम में आधा दर्जन थानों की फोर्स लगाई गई। जहां बरेली जिले में बंद अखंड प्रताप सिंह को बुलेट प्रूफ जैकेट में भारी सुरक्षा व्यवस्था के साथ कोर्ट में लाया गया। गैंगस्टर कोर्ट ने अगली सुनवाई की तिथि 9 जनवरी निर्धारित की है।
अखंड प्रताप सिंह आजमगढ़ जिले के तरवां थाना क्षेत्र के जमुवां गांव के निवासी, जो एक दुर्दांत व बाहुबली अपराधी हैं। बता दें कि इन पर वाराणसी के ट्रांसपोर्टर धनराज यादव हत्याकांड के अलावा लखनऊ का चर्चित अजीत सिंह हत्याकांड में मुख्य शाजिशकर्ता में भी शामिल रहने का आरोप है। गैंगेस्टर के तहत कार्रवाई को लेकर पुलिस महकमा काफी दिनों से सक्रिय है। अपराधी अखंड प्रताप ने 12 दिसंबर 2019 को आजमगढ़ कोर्ट में सरेंडर किया जो जेल में बंद है। जनपद बरेली जेल से अखंड प्रताप सिंह को सुरक्षा के बीच पुलिस फोर्स के साथ आज आजमगढ़ के गैंगस्टर कोर्ट में पेशी को लेकर लाया गया। जहां कोर्ट परिसर में सुरक्षा को लेकर आधा दर्जन थानों की फोर्स मौजूद रही।
अभियोजन अधिवक्ता ने बताया कि आजमगढ़ जिले के तरवां थाना क्षेत्र में गैंगस्टर को लेकर 511/08 का मुकदमा रहा। बताया कि इसमें दो अभियुक्त रहे, जहां एक की मृत्यु हो गई है। दूसरे अखंड प्रताप सिंह का आज सीआरपीसी 313 की कार्रवाई में अभियुक्त के कथन को रिकॉर्ड किया गया। इस मामले में 24 साक्ष्य थे, जहां 5 साक्ष्य का परीक्षित कराया गया। अधिवक्ता ने बताया कि आरोपी अखंड प्रताप ने जज से मांग करते हुए कहा कि हमें दवा खाने और खाना खाने की व्यवस्था की जाय। गैंगस्टर कोर्ट ने अब इस मामले में अगली सुनवाई 9 जनवरी को रखी है।