आजमगढ़ जमीनी विवाद का मुख्य केंद्र बनता जा रहा है कानूनगो और लेखपाल की वजह से पीड़ित ने लगाया गंभीर आरोप

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लेखपाल गुलाब यादव और कानूनगो केदार राम पर पीड़ित ने लगाया गंभीर आरोप

जहां एक तरफ आजमगढ़ जिला पुर्वांचल में अपराध व जरायम की दुनिया का मुख्य केंद्र माना जाता था वहीं अब आजमगढ़ जनपद जमीनी विवाद का भी एक मुख्य केंद्र बनता जा रहा है। जहां पर राजस्व विभाग का आए दिन कोई न कोई कारनामा सामने आता जा रहा है। जिसमें जमकर लेखपाल और कानूनगो व तहसील स्तर के कर्मचारी व अधिकारी गरीबों का आशियाना उजड़ने में जुटे हुए हैं। यह कोई नई बात नहीं है। की तहसील में भ्रष्टाचार चरम पर है। ताजा मामला आजमगढ़ जनपद के रानी के सराय थाना क्षेत्र के कयामपुर से सामने आया है जहां पर गरीब ब्राह्मण परिवार पर नही तरस खा रहे लेखपाल गुलाब यादव और कानूनगो केदार राम।

आपको बताते चले कि क़यामपुर निवासी संदीप उपाध्याय ने राजस्व विभाग के कर्मचारियों पर गभीर आरोप लगाते हुए बताया है। कि रामअवध यादव के इशारे पर राजस्व विभाग जमकर मनमानी कर रहा है। सिविल कोर्ट में मामला विचाराधीन और स्टे लेने के बाद भी राजस्व विभाग के कर्मचारी लेखपाल गुलाब यादव और कानूनगों केदार राम निजी स्वार्थ में विपक्षियों को लाभ पहुँचाना चाहते है। और लगातार माननीय न्यायालय के आदेशों की अवहेलना करने का प्रयास कर रहे है।

पूरे मामले को लीड कर रहे वरिष्ठ अधिवक्ता त्रिभुवन यादव ने तहसील प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाते हुए बताया है। कि ऐसे ही विवाद देवरिया जैसे कांड को बढ़ावा देते हैं। लेकिन समय रहते इन पर अंकुश ना लगाया जाना ही बड़ी घटनाओं को बढ़ावा देता है। हम सभी लोग जिला प्रशासन से मांग करते हैं। कि मामला कोर्ट में विचाराधीन और स्टे होने के बावजूद भी जो राजस्व कर्मी कार्य मे लापरवाही कर रहे हैं। और गरीब लोगों को प्रशासनिक हनक देकर उन पर दबाव बनाकर सरकार को बदनाम करने की कोशिश कर रहे हैं। ऐसे लोगों पर कठोर कार्रवाई की जाए और मामला जब कोर्ट में विचाराधीन है। तो गरीबों को परेशान ना किया जाए।

अधिवक्ता ने बताया कि लेखपाल गुलाब यादव और कानून केदार राम ने जो भी कार्य किया है। वह सरासर विवाद को बढ़ावा देने का कार्य है। ऐसे कर्मचारियों पर तत्काल कार्रवाई करें नही तो किसी भी वक्त कोई बड़ी घटना हो सकती है। यह कोई नया मामला नही है। जब राजस्व विभाग पर ऐसे गभीर आरोप लगे है। लेकिन ऐसे कर्मचारियों पर कार्यवाही ना होना ये दर्शाता है कि।

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