आजमगढ़ के महराजगंज थाना क्षेत्र में 26 सितंबर की शाम गन्ने के खेत में युवती से चार युवकों ने बंदूक दिखा कर सामूहिक दुष्कर्म किया। इतना ही नहीं उसके हाथ पैर को भी बांधकर उसे मारापीटा। पीड़िता की मां ने थाने पर शिकायत की तो पुलिस ने नहीं सुनी। पीड़िता की मां ने इसे लेकर मुख्यमंत्री को शिकायती पत्र भेजा है। साथ ही महराजगंज थाने की पुलिस पर भी आरोप लगाया कि राजनीतिक प्रभाव में पुलिस कार्रवाई नहीं कर रही है। महराजगंज थाना क्षेत्र की रहने वाली मां ने बेटी से दुष्कर्म का आरोप लगाया है।
मां ने बताया कि वह समूह की सदस्य है। समूह के कार्य से 26 सितंबर की शाम बाहर गई थी। उसी दौरान गांव के ही कुछ लोग उसकी मड़ई में घुसे और पुत्री को असलहे के बल पर अपहरण कर ले गए और खेत में ले जाकर उससे सामूहिक दुष्कर्म किया। जब वह घर पहुंची तो बगल में खेत में बेटी बेहोश हालत में मिली। उसके हाथ पैर बंधे थे कपड़ा फटे हुए था। पीड़िता की मां और गांव के लोग पुलिस के 112 पर कॉल किए लेकिन नहीं लग रहा था। थाने पर सूचना दी।
मौके पर पुलिस पहुंची और पूरी घटना को देखा। इसके बाद जब वह मुकदमा पंजीकृत कराने गई तो पुलिस आरोपियों के प्रभाव में आकर खुद प्रार्थना पत्र लिखवाकर दूसरी धाराओं में मुकदमा पंजीकृत किया। पीड़िता ने मुख्यमंत्री को शिकायती पत्र भेजकर न्याय की गुहार लगाई है। युवती का इलाज इस समय जिला महिला अस्पताल में चल रहा है अस्पताल के सीएमएस डॉक्टर विनय सिंह यादव ने बताया कि सीएचसी महाराजगंज में युवती का मेडिको लीगल हुआ जिसमें उसके शरीर में 6 चोटें दर्शाई गई। कहा कि अगर रेप की शिकायत की जाती है तो थाने पर एफआईआर होने के बाद पुलिस के कहने पर मेडिकल कराया जाएगा। मामले में युवती की मां ने ग्रामीणों के साथ गुरुवार के दिन पुलिस अधीक्षक को प्रार्थना पत्र देकर रेप का मुकदमा दर्ज कर न्याय की गुहार लगाई है।
वही इस मामले में एसपी ग्रामीण चिराग जैन बताया कि की 26 सितंबर को महाराजगंज थाने पर एक महिला ने तहरीर दी कि पैसे के लेनदेन को लेकर एक व्यक्ति चंद्रशील मौर्य ने उनके साथ मारपीट की है। इस सूचना पर तत्काल तहरीर प्राप्त करके मुकदमा दर्ज किया गया मुकदमे में एससी एसटी अभियोग भी लगाया गया विवेचना सीओ सगड़ी द्वारा की जा रही है। विवेचना के क्रम में जब लड़की को बयान के लिए बुलाया गया तो लड़की ने बताया कि मेरे साथ गैंगरेप और अपहरण जैसी घटना हुई है । इस विवेचना के क्रम में सीओ सगड़ी को निर्देशित कर दिया गया कि इनका बयान कोर्ट के माध्यम से कराके जो भी तथ्य प्रकाश में आए उसके आधार पर विधिक कार्रवाई करें। लड़की का मेडिकल कराकर जो भी साक्ष्य मिले उसके आधार पर कार्रवाई करें।