
आजमगढ़ मंडलीय जिला अस्पताल कि व्यवस्था आए दिन लाचार होती जा रही है दुर्व्यवस्थाओं के आगोश में मरीज का इलाज चल रहा है हद तो तब हो गई जब डायलिसिस डायलिसिस के लिए बेड पर लेते मरीज अपनी डायलिसिस करवा रहे थे कि अचानक डायलिसिस की बिजली कट गई और बेड पर मरीज तड़प उठे, हद तो तब हो गई जब आपातकालीन सेवा के लिए कर्मचारी जनरेटर चलाने गया तो जनरेटर भी जवाब दे गया इसके बाद मरीजों में अपरा तफरी मच गई वहीं ड्यूटी पर तैनात स्वास्थ्य कर्मी भी भाग खड़े हुए।
मंडलीय जिला अस्पताल में हेरिटेज की तरफ से स्थापित डायलिसिस सेंटर जहां पर प्रतिदिन 3 शिफ्ट में 13 मरीजों का डायलिसिस निशुल्क होता है। डायलिसिस निशुल्क होने के कारण अस्पताल में मरीजों की डायलिसिस के लिए लंबी-लंबी वेटिंग भी लगी रहती है,शाम को दूसरे शिफ्ट की डायलिसिस हो ही रही थी कि अचानक बिजली कट गई जिससे डायलिसिस सेंटर में अपरा तफरी मच गई वही बेड पर मरिज तड़पने लगे और चीख पुकार के साथ-साथ रोना पीटना भी शुरू हो गया,कई दिनों से खराब पड़ा जनरेटर भी स्वास्थ्य विभाग में संज्ञान में नहीं लिया जिससे मरीज के साथ आए थे तीमदारो ने भी स्वास्थ्य विभाग पर सवालिया निशान उठने लगे,वही ड्यूटी कर रहे स्वास्थ्य कर्मी भी लोगों के आक्रामकता देखकर धीरे-धीरे खिसकने लगे इस तरह की घटना से मरीजों की जान पर बनाई है।
डायलिसिस मैनेजर प्रशांत कुमार ने बताया कि जनरेटर खराब होने के कारण डायलिसिस बंद कर दी गई है जिसका मरम्मत कार्य होने के बाद ही अब सोमवार से डायलिसिस की जाएगी।