महिला ने उठाया सवाल, कुर्सी छोड़ खड़े हो गए डीएम
आजमगढ़ सोनापुर गांव निवासी निराश्रित महिला उर्मिला को सरकार की योजनाओं के बखान के लिए मंच पर बुलाया गया। महिला ने कहा कि उसके पति की मौत के बाद पूरे परिवार की जिम्मेदारी उसके कंधे पर आ गई। तब उसने स्वयं सहायता समूह से जुड़कर कार्य करना शुरू किया। गांव में सामुदायिक शौचालय बना तो उसकी जिम्मेदारी उसे मिली।
आज उसकी देखभाल करने के लिए उसे छह हजार रुपये मिलते हैं। साथ ही एक हजार रुपये निराश्रित महिला पेंशन का मिलता है। जिससे उसका पूरा परिवार मिल जाता है। लेकिन आज तक उसे आवास नहीं मिला। कहा जाता है कि वह पात्र नहीं था। उर्मिला ने जैसे ही यह बात कही डीएम कुर्सी छोड़कर खड़े हो गए।