अयोध्या में राम मंदिर निर्माण कार्य तेजी के साथ चल रहा है। 22 जनवरी के दिन रामलला की प्राण प्रतिष्ठा का कार्यक्रम भी किया जाएगा। इसको लेकर यूपी समेत पूरा देश राममय हो चुका है। वही सरकार भी इस कार्यक्रम को भव्य से भव्य बनाने की पूरी तैयारी कर रही है। इसी बीच उत्तर प्रदेश के बरेली से एक ऐसी फोटो सामने आई, जो प्रदेश के राममय होने का सबूत है। दरअसल बरेली में 3 तलाक पीड़िताएं रामलला के लिए वस्त्र बना रही हैं। बरेली में तीन तलाक पीड़ित मुस्लिम महिलाएं अयोध्या जन्मभूमि मंदिर में विराजे रामलला के लिए पोशाक तैयार कर रही हैं।
मुस्लिम महिलाएं अयोध्या जाकर खुद अपने हाथों से मंदिर ट्रस्ट को रामलला के वस्त्र को सौंपेगीं।अयोध्या में बन रहे राम मंदिर में हर कोई अपना कुछ ना कुछ योगदान देना चाहता है। हर कोई अपने स्तर से इस ऐतिहासिक क्षण में किसी ना किसी तरह से शामिल होना चाहता है। कुछ ऐसा ही बरेली की तीन तलाक पीड़ित मुस्लिम महिलाएं कर रही हैं। वह भी राम मंदिर में अपना सहयोग देना चाहती हैं। ऐसे में इन पीड़ित मुस्लिम महिलाओं ने अलग तरीका निकाला है।
आपको बता दें कि ये सभी पीड़ित मुस्लिम महिलाएं मेरा हक फाउंडेशन के तहत रामलला के वस्त्र बना रही हैं। ये एनजीओ तीन तलाक से पीड़ित मुस्लिम महिलाओं के लिए काम करता है। इसके बैनर तले ही तीन तलाक पीड़ित ये महिलाएं रामलला की पोशाक बना रही हैं। रामलला के वस्त्र बना रही पीड़ित मुस्लिम महिलाओं का कहना है कि जब पूरा देश और दुनिया रामलला के स्वागत में लगी हुई है तो उन्होंने इसमें क्यों पीछे रहना चाहिए। हम रामलला के स्वागत में क्यों पीछे रहे।
इन महिलाओं का कहना है कि भाजपा की सरकार ने उन्हें तीन तलाक से मुक्ति दिलाई है। मोदी सरकार ने महिलाओं को उनका हक दिलाया है। वह मोदी सरकार से काफी खुश हैं। ऐसे में जब रामलला का स्वागत अयोध्या में हो रहा है तो वह भी इस खुशी में शामिल हैं।